लै त्रिशूल शत्रुन को मारो । संकट से मोहि आन उबारो ॥ सहस कमल में हो रहे धारी। कीन्ह परीक्षा तबहिं पुरारी॥ जगकर्ता जगभर्ता जगसंहारकर्ता ॥ ॐ जय शिव…॥ नमो नमो जय नमो शिवाय । सुर ब्रह्मादिक पार न पाय ॥ निश्चय शिव प्रसाद तेहि होई ॥ पण्डित त्रयोदशी को https://shivchalisa62108.blogprodesign.com/51753006/shiv-chalisa-lyrics-in-english-with-meaning-things-to-know-before-you-buy